बारिश अक्सर अपने साथ बीमारियों को साथ लेकर आती है ऐसे में इस बार बारिश के बाद निकलने वाली धूप से Eye Flu का खतरा अचानक से बढ़ गया है। भारत के कई शहरों के साथ-साथ गांवों में भी इस बीमारी से पीड़ित बच्चे और बड़े देखे जा रहे हैं।
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आजकल देशभर में आई फ्लू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, लगभग हर घर में एक या दो सदस्यों को यह संक्रमण अपनी चपेट में ले रहा है। ऐसे में आई फ्लू या कंजंक्टिवाइटिस के प्रकोप से अपने बच्चों को और खुद को कैसे बचाएं इसके लिए क्या सावधानियां रखें यह जानना काफी जरूरी है।
बीते दिनों (25 जुलाई 2023) को मेडिकल एसोसिएशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों में आई ड्रॉप्स की डिमांड लगभग 50% से अधिक बढ़ गई है, भारत के बड़े-बड़े शहर में अधिकतर लोग इस संक्रमण की चपेट में है।
यहां पर हम आपको यह जानकारी दे रहे हैं कि अगर आपके घर में भी छोटे बच्चे हैं जो स्कूल जाते हैं तो ऐसे में उनकी सुरक्षा सबसे बड़ा सवाल होता है हम बताते हैं आपको कि कैसे आप अपने बच्चों की आंखों की सुरक्षा कर सकते हैं।
Eye Flu नमी के कारण
हमारे Eye एक्सपर्ट ने बताया की इस संक्रमण का फैलने का सबसे बड़ा कारण मौसम में नमी होना है क्योंकि इस मौसम में हमारे आस पास लगभग हर जगह पर नमी मौजूद रहती है वातावरण भी नमी वाला रहता है जिसमें कोई भी वायरस आसानी से रिफ्लेक्ट कर सकता है ट्रैवल कर सकता है जो कि इंफेक्शन के फैलने का कारण बन सकता है
Eye Flu के लक्षण
Eye Flu को आंखें आना या कंजंक्टिवाइटिस होना भी कहते हैं इसमें आंखें लाल या गुलाबी हो जाती है। इसमें आंखों से पानी बहता है। आंखों में दर्द और सूजन का एहसास होता है। आंखों में जलन होती है।
Eye Flu तेजी से फैलता संक्रमण
वैसे हर साल अगस्त-सितम्बर के मौसम में बारिश अधिक होती है और अगस्त में सूरज की तपिश भी कम हो जाती है, लेकिन इस साल जुलाई के महीने में ही काफी बारिश हो चुकी है और लगभग पूरा भारत ही मानसून की चपेट में है लेकिन जुलाई के महीने में सूरज की गर्मी सिर्फ बादलों की वजह से कम होती है जबकि सूरज की तपिश बरकरार रहती है ऐसे में जब आसमान साफ होता है तो अचानक से तेज धूप हमें देखने को मिलती है जिसकी वजह से यह संक्रमण फैल रहा है।
Eye Flu से बचाव के लिए रखे यह सावधानिया
- संक्रमण से बचाव का सबसे पहला तरीका है आप सफाई पर विशेष ध्यान दें और हाइजीन मेंटेन रखें।
- कोशिश करें अपने हाथों से अपनी आंखों को ना छुए।
- थोड़ी-थोड़ी देर में अपने हाथों को साबुन से धोते रहें।
- घर से बाहर जाने पर आंखों पर चश्मा जरूर लगाएं।
- अपना रुमाल या अपने कपड़े किसी के साथ भी शेयर ना करें।
- अगर आपके आसपास किसी व्यक्ति को यह संक्रमण है तो उससे उचित दूरी बना कर रहे।
- अगर किसी को यह संक्रमण हो गया है तो उनसे आई कांटेक्ट ना करें।
- अगर आपको संक्रमण जैसी संभावनाएं लग रही है तो कुछ दिनों के लिए घर पर आराम करें।
- अगर आपके बच्चों को ऐसी कोई संभावना दिख रही है तो कुछ दिन उन्हें भी स्कूल ना भेजें क्योंकि आपके बच्चों से दुसरो को यह संक्रमण फैल सकता है।
- संक्रमण से ग्रसित व्यक्ति के तोलिये या रुमाल का उपयोग गलती से भी ना करें।
Eye Flu संक्रमण होने पर
- अगर आप इस संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं तो सबसे पहले तो आप आराम करें ,क्योंकि इसमें आंखों को आराम की जरूरत ज्यादा होती है
- मोबाइल, लैपटॉप या टीवी का इस्तेमाल कम से कम करें।
- दिन में दो से तीन बार ठंडे पानी से अपनी आंखों को धोएं।
- स्वच्छ टावेल या रुमाल का ही इस्तेमाल करें।
- आंखों को बार-बार न छुए।
- आई स्पेशलिस्ट को दिखाएं और उनके द्वारा दी हुई ड्रॉप्स का ही प्रयोग करें।
- भूलकर भी मेडिकल स्टोर से बिना डॉक्टर की सलाह के ड्रॉप्स ना खरीदें।
- आइस पैक का भी इस्तेमाल कर सकते है।
Eye Flu संक्रमण का असर
वैसे तो यह संक्रमण कुछ समय में अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन किसी किसी को आंखों में ज्यादा तकलीफ होती है इसलिए उन्हें डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए। वैसे तो इस संक्रमण को ठीक होने में 3 से 4 दिन का समय लगता है क्योंकि एक आंख के बाद दूसरी आंख भी इस रोग से संक्रमित होती है, लेकिन फिर भी अगर आप आराम करते हैं तो 4 से 5 दिनों के अंदर दोनों आंखों से संक्रमण खत्म हो जाता है।
उपरोक्त जानकारी आई एक्सपर्ट द्वारा बताई गई है लेकिन फिर भी अगर आपको आई फ्लू का संक्रमण हो जाता है तो आप अपने नजदीक किसी भी आई स्पेशलिस्ट से जरूर अपनी आंखों की जांच करवाएं और उनके द्वारा दी गई मेडिसिन का प्रयोग करें क्योंकि वास्तुस्थिति हर व्यक्ति की अलग अलग हो सकती है।
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